माधव क्लब रोड स्थित शलाका बैडमिंटन हॉल में बच्चे कर रहे अभ्यास और पार्किंग में बैठकर शराब पी रहे लोग

शहर में स्थित शलाका बैडमिंटन हॉल ने विगत 15 वर्षों में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं। यहां पर 7 वर्ष से 18 वर्ष के 100 से अधिक बच्चे और 70 से ज्यादा सदस्य नियमित रूप से अभ्यास करते हैं परंतु विगत कुछ समय से यहां इन खिलाडिय़ों और बैडमिंटन हॉल की सुध लेने वाला कोई नहीं है। शलाका बैडमिंटन हॉल तक पहुंचने का रास्ता माधव क्लब परिसर से होकर जाता है। इस रास्ते में पिछले 1 माह से अंधेरा पसरा है। बैडमिंटन हॉल के पार्किंग एरिया में भी अंधेरा है। इसी पार्किंग एरिया में लोग अपनी कार पार्क करके उसमें शराब पीते हैं जिससे वहां आने वाले खिलाड़ी और उनके पैरेंट्स असहज है और उनके मन में भय बना हुआ है।

ना सीसीटीवी कैमरा, ना सिक्योरिटी गार्ड
माधव क्लब मेन रोड से बैडमिंटन हॉल तक पहुंचने वाले रास्ते पर अधेरा पसरा रहता है। रात में 8 बजे के बाद ना कोई गार्ड मौजूद रहता है और ना ही सीसीटीवी कैमरा लगा है। लोग यहां नियमित रूप से अपनी गाड़ी खड़ी करके शराब पीते हैं। ऐसे माहौल के चलते अब पालक भी बच्चों को हॉल में प्रैक्टिस करने भेजने से कतरा रहे हंै, पालकों का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में यदि कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?

अंधेरे में लटक रहे बिजली के तार
बीते दिनों हुई तेज बारिश से हॉल तक जाने वाले रास्ते में बिजली के तार सड़क से दो फीट ऊपर लटक रहे हैं, जिससे किसी भी दिन कोई कार या टू-व्हीलर से आने वाले खिलाड़ी इसकी चपेट में आ सकते हैं। खिलाडिय़ों में 7 वर्ष के बच्चों से लगाकर सीनियर सिटीजन तक सभी होते हैं। ऐसे में किसी बड़े हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। इन सभी समस्याओं पर ना तो प्रशासन और ना ही जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के पदाधिकारियों का ध्यान है।

सीधी बात:प्रवीण वशिष्ठ, अध्यक्ष उज्जैन जिला बैडमिंटन एसोसिएशन

सवाल: शलाका हॉल तक पहुंच मार्ग पर बिजली के तार रोड से 3 फीट ऊपर लटक रहे हैं, क्या इस पर कोई कार्यवाही की गई?
जवाब- एक-दो दिन पहले हवा से झुके हैं। एक-दो दिन में ठीक करवाता हूं।

सवाल: पार्किंग एरिया में कुछ लोग रोज बैठकर शराब पीते हैं, पार्किंग एरिया में अंधेरा है, क्या ऐसा माहौल बच्चों की प्रैक्टिस के अनुकूल है ?
जवाब- डिवाइडर बन गए हैं। पास में कई गैरेज हैं, गैरेज वाले गाड़ी ठीक करने के बहाने कैम्पस में आकर क्या करते हैं पता नहीं। संबंधित थाने में शिकायत की है। क्लब की मीटिंग में कमिश्नर का ध्यानाकर्षण भी करवाया था। एसपी-आईजी को भी अनऑफिशियली बताया है।

सवाल: इन समस्याओं को लेकर पुलिस अथवा नगर निगम में कोई शिकायत की है?
जवाब- लाइट के लिए ननि को लिखित में देंगे। ट्रैफिक पुलिस को भी शिकायत करेंगे।

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